कैलासा - हिन्दू राष्ट्र की पावन कल्पना पर मिथ्याचारी छलावा
स्वयंभू हिन्दू धर्मगुरु
स्वामी नित्यानंद उर्फ़ नित्यानंद परमशिवम देश छोड़ के भाग चुका है. उसने इक्वेडोर देश में "हिन्दू राष्ट्र" की कल्पना से एक द्वीप लेने की नाकाम कोशिश करी लेकिन वहां की सरकार ने उसे साफ़ तौर पर मन कर दिया है कि किसी भी हाल में उसे ज़मीन नहीं दी जाएगी.
रेप, यौन शोषण का आरोपी, धर्म के नाम पर पाखंड करने वाला यह शख्स किसी भी देश शायद ही जगह पाए क्योंकि इसके कुकर्मो की लिस्ट इतनी ज़्यादा चौड़ी है जिसका कोई हिसाब तक नहीं है.
अभी तक वह कोर्ट की प्रोसीडिंग्स में आने से बच रहा था और उत्तराखंड में गुप्त तरीके से छुपे रहते हुए उसने नेपाल का रुख किया जो सच्चे मायने में एक हिन्दू राष्ट्र और वहीं से अपने कथित ओरिजिनल हिन्दू राष्ट्र वाले आईडिया को थोपते हुए उसने "कैलासा" नाम के राष्ट्र का एलान कर डाला जिसमें खुद की सरकार, खुद का रिज़र्व बैंक, मुद्रा, सेना आदि संसाधन होंगे और पूरी दुनिया भर के हिन्दू धर्म के लोगों को उसने अपने गुप्त तरीके से रिकॉर्ड वीडियोज़ से आमंत्रित किया है अपने नए देश
"कैलासा" में.
ताज़ा अपडेट्स के मुताबिक फिलहाल वह हैती देश का रुख कर रहा है. हमारा सभी देश और दुनिया के हिन्दुओं से अपील है कि वह इस ढोंगी बलात्कारी और अपराधी शख्स के चक्कर में न फंसे.
इसकी एक शिष्य साउथ इंडियन एक्ट्रेस इंडियन एक्ट्रेस रंजीता ने तो इसकी बातों में खुद को इसके हवाले कर दिया और दोनों का हमबिस्तर होते हुए वीडियो वायरल हुआ था जिसके बाद भी बाबा सूर्य को अस्त करने और गाय, बकरी से संस्कृत में बात करनी की बात करने से चमत्कारी किन्तु मिथ्याचारी दावों की सीरीज पेश करता रहा.
अब तो इसके फ्रेंच भक्त ने भी इसके ऊपर जालसाज़ी और धोखा देने का आरोप लगाया है जिसमें कुल 40 हज़ार डॉलर्स का क्लेम किया गया है.
वास्तव में हिन्दू राष्ट्र की परिकल्पना पवन है क्योंकि वहां वैराग्य, ध्यान, विद्या, नारी सम्मान, ज्ञान, पूजा , तपस्या, कर्म जैसे तत्वों का स्थान है जबकि इसके विपरीत कुस्वामी नित्यानंद की अन्धकार भरी दुनिया धर्म के नाम पर अधर्म के तत्वों- अज्ञान, भोग, सेक्स, वासना, अय्याशी, भौतिकवाद जैसे अवगुणों का वास है.
भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने इसका पासपोर्ट तक कैंसिल कर दिया है और यह अधर्मी अपनी पाप की दुनिया बसाने के लिए दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने तक फिरता जा रहा है लेकिन कोई कमअक्ल इंसान भी इसके छलावे में अब शायद ही आये.